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DETAIL STORY
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मुख्य लेख
विकलांगजनः शैक्षिक अधिकार व अवसरों का उन्नयन |
भारत में वर्ष 2001 से 2011 के बीच विकलांगों की संख्या 22.4 प्रतिशत बढ़ गई है। 2001 में 2.19 करोड़ विकलांग थे, जो वर्ष 2011 में 2.68 करोड़ हो गए, जिनमें 1.5 करोड़ पुरुष एवं 1.18 करोड़ महिलाएं थीं। विकलांगों की संख्या में वृद्धि की दर शहरी क्षेत्रों में एवं शहरी महिलाओं में अधिक है। समूचे दशक के दौरान शहरी क्षेत्रों में 48.2 प्रतिशत और शहरी महिलाओं में 55 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। अनुसूचित जातियों में विकलांगता की वृद्धि दर 2.45 प्रतिशत है। (2011 की जनगणना)
वर्तमान स्थिति
यदि हम 2011 की जनगणना में प्राप्त विकलांग व्यक्तियों की संख्या तथा प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले विकलांग बच्चों की संख्या की तुलना करें, तो विकलांग बच्चों के शैक्षिक अधिकार सुनिश्चित करने की दिशा में भारत को लंबा रास्ता तय करना है। 6 वर्ष तक के आयु वर्ग में तथा उच्च शिक्षा में विकलांगों के समावेशन के संबंध में किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिलती। योजना तैयार करते समय यह आज की बड़ी खामी है।
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लेख
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झरोखा जम्मू कश्मीर का : कश्मीर में रोमांचकारी
पर्यटन
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जम्मू-कश्मीर विविधताओं और बहुलताओं का घर
है| फुर्सत के पल गुजारने के अनेक तरकीबें यहाँ हर आयु वर्ग के लोगों के लिए बेशुमार
है| इसलिए अगर आप ऐडवेंचर टूरिस्म या स्पोर्ट अथवा रोमांचकारी पर्यटन में रूचि रखते
हैं तो जम्मू-कश्मीर के हर इलाके में आपके लिए कुछ न कुछ है.
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