|
|
|
DETAIL
STORY |
|
|
|
|
|
|
3. उभरते बाजार और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं का भविष्य आलोक शील /font> |
अतीत में वैश्विक आर्थिक संकट से निपटने में ब्रिटन वुड्स संस्थानों की भूमिका का वर्णन करते हुए इस आलेख में कहा गया है कि विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिका के ब्रेटनवुड्स में एक अंतर्राष्ट्रीय समारोह के दरम्यान समझौते के तहत हुई थी। इसीलिए इन अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों को ब्रिटन वुड्स संस्थान कहा जाने लगा।
विश्व बैंक का उद्येश्य अमेरिकी संसाधनों का युद्ध से क्षतिग्रस्त यूरोप के पुनर्निमाण के लिए उपयोग किया जाना था। जबकि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का उद्येश्य वैश्विक मौद्रिक व्यवस्था को स्थायित्व प्रदान करना था जो सन् 1930 के दशक में स्वर्ण मानक के ध्वस्त होने के साथ आई वैश्विक मंदी की वजह से अस्त-व्यस्त थी।यूरोप के तेजी से हुए पुनर्निर्माण और सन् 1971 में अमेरिका के स्वर्ण मानक से हटने के बाद जब एक दूसरे के खिलाफ प्रमुख रिजर्व मुद्राओं को छोड़ दिया गया, तो उसके बाद विश्वबैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष मुख्यत: विकाशशील देशों की जरूरतों को पूरा करने में लग गए।
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
Regional Languages
|
|
|
|
नियमित
लेख |
झरोखा जम्मू कश्मीर का : कश्मीर में रोमांचकारी पर्यटन |
जम्मू-कश्मीर विविधताओं और बहुलताओं का घर है| फुर्सत के पल गुजारने के अनेक तरकीबें यहाँ हर आयु वर्ग के लोगों के लिए बेशुमार है| इसलिए अगर आप ऐडवेंचर टूरिस्म या स्पोर्ट अथवा रोमांचकारी पर्यटन में रूचि रखते हैं तो जम्मू-कश्मीर के हर इलाके में आपके लिए कुछ न कुछ है.
|
|
|
|
|
|
|