अंक: October 2014
 
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भारत निर्माता के प्रति
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अग्र लेख

परिवहन क्षेत्रः आर्थिक पक्ष

जगन्नाथ कश्यप 


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रंजीत मेहता
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  कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का विशालतम क्षेत्र है। इस क्षेत्र ने वर्ष 2014-15 में समग्र सकल मूल्य वर्धन में
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  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इलाज में चिकित्सा के प्राचीन प्रणालियों को शामिल करने की जरूरत पर जोर दिया है। डब्ल्यूएचओ ने सु
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ईश्वर एन आचार&bsp; राजीव रस्तोगी
  आज की व्यस्त जीवनशैली में अपने स्वास्थ्य का ख्याल रख पाना एक जटिल कार्य हो गया है लेकिन
राष्ट्रपति भवनः एक स्मार्ट धरोहर टाउनशिप
सुरेश यादव

स्मार्ट सिटी की अवधारणा मुख्यतः किसी ऐसे शहरी प्रतिष्ठान का उल्लेख करती है, जो नागरिकों के साथ ज्यादा कारगर और प्रभावी ढंग से पेश आने के लिए शहरी सेवाओं की गुणवत्ता और कार्य निष्पादन को बढ़ाने के लिए डिजिटल टैक्नाॅलजी का इस्तेमाल करती है। इसमें परिवहन और यातायात प्रबंधन, ऊर्जा, स्वास्थ्य की देखभाल, पानी और कचरा प्रबंधन आदि जैसे क्षेत्रों पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जाता है। विकास के पथ पर आगे बढ़ने के उद्देश्य से, राष्ट्रपति भवन को ‘स्मार्ट सिटी’ में परिवर्तित करने के विचार ने जन्म लिया, क्योंकि यह महसूस किया गया है कि ऐसा राष्ट्रपति भवन में किया जा सकता है

राष्ट्रपति भवन की भव्य इमारत दुनिया में अपने किस्म की विशालतम इमारतों में से एक है। यह एक विशाल प्रासाद है, जिसका वास्तुशिल्प विस्मयकारी है। ब्रिटिश वास्तुकार, सर एडविन ल्युट्येन्स ने इसे डिजायन किया था और यह भारतीय एवं पाश्चात्य वास्तुशैलियों का मिश्रण है। शुरुआत में इसका निर्माण भारत में ब्रिटिश वायसराय के निवास स्थान के रूप किया गया था और उन दिनों इसे वायसराय हाउस कहा जाता था। हालांकि 26 जनवरी 1950 को इसका नाम राष्ट्रपति भवन रख दिया गयाः दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास स्थान।

यह भवन 330 एकड़ संपदा में स्थित है और यह पांच एकड़ के दायरे में पैफला है। इसका भव्य ढांचा एच आकार वाला एक भवन है जिसकी चैड़ाई 195 मीटर और गहराई 165 मीटर है। इसमें 340 कमरे और ढाई किलोमीटर लंबे गलियारे हैं। इसमें 227 खंबों और 37 फव्वारों सहित चार मंजिलें हैं। राष्ट्रपति भवन का मध्य गुंबद सांची के महान स्तूप से प्रेरित है। राष्ट्रपति भवन के खंबों पर भारतीय मंदिरों की घंटियां हैं, जो हिंदु, बौद्ध और जैन परंपराओं की मिली-जुली संस्कृति का द्योतक हैं। राष्ट्रपति भवन का सामने वाला हिस्सा अग्रप्रांगण कहलाता है, जिसमें स्तंभों की 200 मीटर लंबी कतार है। अग्रप्रांगण वाला रास्ता पोर्टिको तक जाता है, जहां वास्तुविद्या की महान रचना अशोक स्तंभ का बुल केपिटल मौजूद है। अग्रभाग के बीचोंबीच जयफर स्तंभ है, जिसके शीर्ष पर स्टार ऑफ इंडिया है। यह भवन 3000 से ज्यादा लोगों का कार्यालय है, जो राष्ट्रपति भवन में काम करते हैं और 8000 से ज्यादा लोग इसके रिहायशी परिसर में, अर्थात राष्ट्रपति संपदा में निवास करते हैं।

 
 
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