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                                        भारत की 15वीं जनगणना कुछ महत्वपूर्ण निष्कर्ष •	लीला विसारिया 
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                                    भारत में पहली  जनगणना 1867 से 1872 के पांच वषोँ  के बीच  हुई थी  , जिसे 1872 की जनगणना भी कहा  जाता है  और इसीलिए  इसे समकलिक  नहीं माना  जाता |यह  मशक्कत ब्रिटिश  शासकों ने  यह जानने  के लिए  कराई थी  कि उनके  उपनिवेशों का आकार,रचना अथवा  ज्जनसंख्या की विशेषताएं क्या हैं  , परंतु यह  गणना समूचे  ब्रिटिश नियंत्रित  क्षेत्र में  नहीं की  गई थी  | 
                                     
                                       तदंतर होने  वाली जनगणनाएं  समकालिक थीं  और रानै:  शनै: उनका  प्रचार - प्रसार  पूरे देश  में क्रमिक  रूप से  किया जाता  था | राजनीतिक  और अन्यान्य  समस्याओं के  बावजूद भारत  में प्रत्येक 
                                       द्स वर्ष के  जनगणना होती  है | 
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                                  नियमित
                                  लेख | 
                                     
                       
                                     
                                      | 
                                      
                                     झरोखा जम्मू कश्मीर का : कश्मीर में रोमांचकारी पर्यटन | 
                                     
                                    
                                      
                                  
                                  जम्मू-कश्मीर विविधताओं और बहुलताओं का  घर है| फुर्सत के पल गुजारने के अनेक तरकीबें यहाँ हर आयु वर्ग के लोगों के लिए बेशुमार है| इसलिए अगर आप ऐडवेंचर टूरिस्म या स्पोर्ट अथवा रोमांचकारी पर्यटन में रूचि रखते हैं तो जम्मू-कश्मीर के हर इलाके में आपके लिए कुछ न कुछ है.
                                   
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