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                          DETAIL
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                                        बाल लिंग अनुपात : उभरते प्रतिमान •	सरस्वती राजू | 
                                       
                                      
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                                     जनगणना के परिणाम  पर आई  प्रथम प्रक्रिया  पर नञर  ङालना दिलचस्प  होगा |जनसंख्या  की वृद्धिद्र  में ह्रास  और साक्षरता  दर में  वृद्धि खुशी  मनाने के  पर्याप्त कारण  हैं |यह  तथ्य निराशाजनक  है कि  भारत अभी  भी कन्याओं  के जन्म  लेने के  प्रति अनिच्छुक  है |0-6 उम्र्  समूह के  जन्म औपबंधिक  आंकङे बताते  है कि  2011 में लिंग-अनुपात सबसे  कम रहा  | 
                                                                            लङकों की  तुलना में  लडकियों की  संख्या में  ह्रास शिशु  लिंग अनुपात  की तरफ  पिछले दो  दशकों के  दौरान,खासकर  1991 के बाद  से,देश  का खास  ध्यान गया  है जब  7 वर्ष से  कम आयु  समूह की  जनसंख्या का  आंकडा प्रकाशित  किया गया  | बिडंबना  यह है  कि साक्षरता  का आंकङा  अभी अंतरराष्ट्रीय  स्तर पर  नहीं लाया  जा सका  है , फिर  भी आंकङों  से पता  चल जाता  है कि  राष्ट्रीय स्तर पर 1000 बालकों पर  945 बालिकाएं है जो पूर्व के  1000 बालकों पर 950 बालिकाओं की संख्या  से कम  है | 
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                                  नियमित
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                                     झरोखा जम्मू कश्मीर का : कश्मीर में रोमांचकारी पर्यटन | 
                                     
                                    
                                      
                                  
                                  जम्मू-कश्मीर विविधताओं और बहुलताओं का  घर है| फुर्सत के पल गुजारने के अनेक तरकीबें यहाँ हर आयु वर्ग के लोगों के लिए बेशुमार है| इसलिए अगर आप ऐडवेंचर टूरिस्म या स्पोर्ट अथवा रोमांचकारी पर्यटन में रूचि रखते हैं तो जम्मू-कश्मीर के हर इलाके में आपके लिए कुछ न कुछ है.
                                   
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